तेरे पास जादू की छड़ी है विपदा से जो हरदम लड़ी है शब्दों की फुलझड़ी है पढ़ा जो अब तक वो यह लिख देगी डरने की क्या फिर पड़ी है सोचना की रहनुमाई करती परी है जो तुम पे यकीन करती है सहजता से आशंका डरी है जीत की यह एक कड़ी है यह परीक्षाओं का समय है। ऐसे में अपने सुझाव लिखें। #परीक्षा #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi