यह इश्क आख़िरी कर बैठे हम, किसी नाज़नीन की मुस्कुराहट में मर बैठे हम, ए वो गली है जहां से कोई लौटा नहीं, फिर भी वहां जाने की जिद कर बैठे हम। ©Raja Banerji #first_one