कहा खबर मिली हमें सरहद कभी बनी नहीं हम बेवजह सरहद के पार बस निहारते रह गए। कहा खबर मिली हमें सरहद कभी बनी नहीं हम बेवजह सरहद के पार बस निहारते रह गए। खफ़ा खफ़ा सी बंदिशों को आइना ही क्यों समझ न लांघ के गए कभी