वक्त रहते सूधर जा ऐ मर्द कहीं ऐसा न हो की मैं तूझे अपनी कोख मे रखने से इन्कार कर दूं.! #वक्त रहते #सूधर जा ऐ #मर्द कहीं ऐसा न हो की मैं तूझे अपनी #कोख मे रखने से #इन्कार कर दूं...!!✍