बुधाग्रे न गुणान् ब्राूयात् साधु वेत्ति यत: स्वयम् । मूर्खाग्रेपि च न ब्राूयाद्धुधप्रोक्तं न वेत्ति स: ।। अर्थात अपने गुण बुद्धीमान मनुष्य को न बताए | वह उन्हे अपने आप जान लेगा | अपने गुण बुद्धिहीन मनुष्य को भी न बताए | वह उन्हे समझ नही सकेगा। #श्लोक #NojotoHindi #Nojoto #EmotionalHindiQuotestatic #NojotoWodHindiQuotestatic #Quotes #Shayari #Poetry