#OpenPoetry कुछ करना है ,आगे बढ़ना है जीवन मे ज्योत जलाना है।। न डरना है,न घबराना है , लगे ठोकर तो संभलना है , कुछ करना है, आगे बढ़ना है ।। सूरज सा तेज है मुझमें ,जग को दिखाना है,तपना है मुझे ,जलना है कुछ करना है आगे बढ़ना है। #OpenPoetry #कुछ करना है