#दुनिया में पैदा होने वाला प्रत्येक बच्चा नास्तिक होता है उसके बाद उसे धीरे धीरे धर्म के डोज दिए जाते हैं,,
उसके बाद फिर स्कूल विद्यालयों में सुबह सुबह होने वाली प्रार्थनाएं और भक्ति गीत उसे और भी धार्मिक बनाते हैं,,
शुरुआती दौर में बच्चों को मिलने वाली प्रारंभिक शिक्षा के पाठ्यक्रम में रामायण भगवत गीता और देवता-राक्षसों की काल्पनिक कथाएं बच्चों के विवेक और तर्कशक्ति को कमजोर बना देते हैं,,!
यह हमारे देश के भावी कर्णधार हैं,,अब यह हमें तय करना है कि हमें आने वाले वैज्ञानिक भविष्य में डॉक्टर, इंजीनियर, प्रोफेसर चाहिए या धार्मिक अंधभक्तों की फौज.!🤔🤔🤔🤔
इसीलिए अपने बच्चों को #शिक्षित बनाइए..#धार्मिक नहीं
#BRमेवाल and #DINUभानगढ़