जो मेरे दिल में आई है, सालो से जिसकी थी खोज, वो बारिश में भीगी आयी हैं।। हाँ देखा है मैने उसको यादो में , अपने सपनो और इरादों में, ये वही जो दिलके घावों पर एक मरहम जैसी छाई है, सालो से जिसकी थी खोज, वो बारिश में भीगी आयी हैं।। मेरे हृदय की झील में ये किसकी परछाईं है। #परछाईं #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #munasif_e_mirza