एक छोटा सा परिंदा था, जख्मी था, पर जिंदा था.. मालिक से वो खफा था, बोला पंख ना काटो मेरे, एक मौका तो दो, कुछ दर्द तो बाँटो मेरे.. हार कर बैठ गया किसी कोने में, व्यस्त हो गया बस रोने में.. जिसे आसमां को छूना था, आज जमीन से लिपटे बैठा था, जिंदगी से मुँह मोड़कर मौत को गले लगाने की सोच बैठा था.. #परिंदा #हार #जीत