ये कैसी इंसानियत है.. आज सरे बाजार कैसे कुछ धर्म के नुमाइंदे एक असहाय को इतनी बेरहमी से पीट रहे हैं। फिर भी कुछ लोग तमाशबीन हैं। इसका कुसूर इतना था कि, इस अपाहिज ने अपने तीन( 3) दिन से भूखे बच्चे के लिए धर्मस्थल से एक रोटी चुराली। चोर चोर कहते हुए लोग उसपे टूट पडे। घूंसा, थप्पड, लात, डंडे, जिससे जो बन पडा । हे भगवान!!! ये चोर है!!! फिर भगवान के नाम से पीटा जाने लगा। "शील साहब " #NojotoQuote