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"वक्त" वह नितांत अकेला, अपने कमरे में पलंग पर

 "वक्त" 

वह 
नितांत अकेला, 
अपने कमरे में पलंग पर बैठा 
दीवार से टेक लगाए सोच रहा था, 
वक्त तो बदलता है 
पऱ बदलते वक्त के साथ ही ,,,,,।
 "वक्त" 

वह 
नितांत अकेला, 
अपने कमरे में पलंग पर बैठा 
दीवार से टेक लगाए सोच रहा था, 
वक्त तो बदलता है 
पऱ बदलते वक्त के साथ ही ,,,,,।