लूट कर मासूम की आबरू जालिमों तुम्हें नींद कैसे आई होगी तुमने तड़पा कर उस खिलते फूल को अपनी बेटियों से कैसे नजर मिलाई होगी कसूर क्या था शायद कोई खता नहीं थी कलेजा नहीं फटा जब वो चिल्लाई होगी तुम इतने बेरहम कैसे बन गए ऐ दरिंदों सोचता हूँ शायद तालीम ऐसी पाई होगी Mizaj #Nojoto #Justice_For_Asifa