अच्छा सुनो.. अब तो कोशिश भी नहीं करता, तुझे भूल जाने का। और न ही कोशिश करता हूँ, तुझे अपना बनाने का। दिया है जो तूने मुझे, हमारे यादों का आशियाना, कोशिश करता हूँ, सिर्फ उसी को बचाने का। अब तो #कोशिश भी नहीं करता, तुझे #भूल जाने का। और न ही कोशिश करता हूँ, तुझे अपना #बनाने का। दिया है जो तूने मुझे, हमारे #यादों का #आशियाना, कोशिश करता हूँ, सिर्फ उसी को #बचाने का।