लिखता हूँ तो सूख जाती है स्याही मेरे ज़ज्बात की लड़ता हूँ तो निखर जाती है क़िस्मत मेरे हालात की कीमत मुझे ही क्यूँ चुकानी पड़ती है हर बात की मानो खुदा ने जैसे ग़मों की सौगात दी समय तेरा भी आयेगा मानो लकीरें कह रहीं हो हाथ की ♥️ ©Ravit Choudhary कुछ तो है जो अभी बाकी है 😑 #fullmoon #ravitchoudhary #ravit_writes #Garima_write