दृश्य देख ह्रदय भयभीत है,
क्या यही हमारी जीत है।
लाशों के ढेर और धधकती आग है
देखो जल रहे सामने हमारे कई घरों के चिराग हैं
सत्ताओं का लालच कुछ इस तरह छाया है,
देखो राजा ने प्रजा को ,कैसे तड़पाया है।
करदो मजबूर इतना की सांस के लिए तड़पें,
भुखमरी,बेरोजगारी के लिए धरना ना दे पाएं लड़के। #जलज#श्रीहनुमान