मुस्कराते हो तुम, गुनगुनाते भी हो तुम, सुकून हो तुम, दर्द भी हो तुम. आरजू हो तुम, कशिश भी हो तुम, रज़ा हो तुम, जिदंगी भी हो तुम. बारिश हो तुम, ठंडक भी हो तुम, फिजा हो तुम, दिलकश भी हो तुम. अजीज हो तुम, शिकायत भी हो तुम, सुख हो तुम, विरह भी हो तुम. गजल हो तुम, नज्म भी हो तुम, प्रेमबाग हो तुम, पुष्प-क्यारी भी हो तुम. ©Ankit verma 'utkarsh' #brokenlove #shivykarsh❤❤ 🤞🤞