सभी कसमें, सभी वादे, इरादें टूट जाते है। हवस बुनियाद हो जिनकी वो रिश्ते टूट जाते है। हुनर सब में कहाँ होता है सच को झूठ करने का। ज़माने ख़ुश्क पर जाती है लहजे टूट जाते है। सबे हीजरा में आँसू तोलती पलकों को समझा दो। मुसलसल बारिशें होने से रस्ते टूट जाते है।