#OpenPoetry उनका हुस्न चश्म-ए-ज़रूरत है , तस्ख़ीर-ए-एहसास की मेरी मिल्कियत का दावा नही है , मगर वो मुम्लिक़त ज़ागीर है मेरी #हुस्न #दीदार #इश्क़ #मुहब्बत #प्यार #nojoto #love #poetry #hindipoetry #shayri