Nojoto: Largest Storytelling Platform

तू अपना सा लागे मुझे, थोड़ा सा हक मिलेगा क्या?



तू अपना सा लागे  मुझे, 
थोड़ा सा हक मिलेगा क्या? 

दर्द बांटना चाहता हूँ मैं, 
थोड़ा अपनापन मिलेगा क्या? 

खो गया हूँ भीड़ में कहीं, 
रुकने का आसरा मिलेगा क्या? 

टूट चुका हूँ मैं ,संभलना है मुझे, 
तुम्हारी बाहों का सहारा मिलेगा क्या? 
.............

©THANU PATEL
  #Emotionaly