Environment यकीन मानिये जनाब आज का विकास कल विनाश बन कर आएगा जब न होगा कोई वृक्ष धरा पर तो कौन सा विकसित यंत्र चिलचिलाती धूप से बचाएगा । ऑक्सीजन के लिए कौन सा यंत्र वृक्षो के स्थान पर रोपा जाएगा यकीन मानिए जनाब विकास मात्र धरा को खाएगा । विकास के नाम पर विनाश का बम फूटकर आएगा । अपने साथ बर्बादी ही बर्बादी लाएगा । कभी सूखा, कभी बाढ़ प्रकोप बन कर आएगा । यकीन मानिए जनाब विकास विनाश की ओर ले जाएगा । भूपेंद्र रावत ©Bhupendra Rawat यकीन मानिये जनाब आज का विकास कल विनाश बन कर आएगा जब न होगा कोई वृक्ष धरा पर तो कौन सा विकसित यंत्र चिलचिलाती धूप से बचाएगा । ऑक्सीजन के लिए कौन सा यंत्र वृक्षो के स्थान पर रोपा जाएगा