चलें हम सब भी उसके साथ नहीं रोको कोई उसे जाने दो - नहीं छीनो उससे मशाल/ और दियासलाई की तीली - तय मानो कि वह आग़ नहीं लगाएगा किसी झोपड़ी/ और किसी के पेट में - इसलिए दोस्तों! नहीं रोको कोई उसे जाने दो - अंधकार के खिलाफ लड़ना है/ तो चलें हम सब भी उसके साथ/ लेकर एक-एक मशाल अपने हाथों में - यमुना प्रसाद बसाक ©river_of_thoughts #farmersprotest #StandWithFarmers #नहीं_रोको_कोई_उसे_जाने_दो © यमुना प्रसाद बसाक