चंद शौक़ों शान में *_ईमान_* भूल जाते हैं.. दो ज़रीब देखकर, शमशान भूल जाते हैं... भटकती हुई, मेरी राहों की सोचते हैं.. खुद अपने पैरों के निशान *_भूल जाते हैं_*... ©Nishank Pandey #ईमान