Nojoto: Largest Storytelling Platform

रंग सनातन नेह निलय के उगते हैं नयनों में झिलमिल अश

रंग सनातन नेह निलय के
उगते हैं नयनों में झिलमिल
अश्रुपूर्ण अंतर्गत में तुम
इंद्रधनुष सी खिल जाती हो
जब भीगामन तुम्हें पुकारे
धूप धाम उर में आती हो
रोम-रोम अकुलाता विह्वल
स्निग्द्ध पवन बन सरसाती हो
कण-कण, रव-रव आलोकित हो 
माँ! फिर भी तुम याद बहुत आती हो

 #toyou#yqlove#yqresonance#yqreflection#missyoumummy
रंग सनातन नेह निलय के
उगते हैं नयनों में झिलमिल
अश्रुपूर्ण अंतर्गत में तुम
इंद्रधनुष सी खिल जाती हो
जब भीगामन तुम्हें पुकारे
धूप धाम उर में आती हो
रोम-रोम अकुलाता विह्वल
स्निग्द्ध पवन बन सरसाती हो
कण-कण, रव-रव आलोकित हो 
माँ! फिर भी तुम याद बहुत आती हो

 #toyou#yqlove#yqresonance#yqreflection#missyoumummy