कलम गवाह हैं मेरी... कितनी आंधियों से लड़ कर... खुदको हराकर... जिया है तुझे सिर्फ लफ़्ज़ों में! तू भी कभी बनकर देख मेरा मुख़्तार ए इश्क़ ❣️ शायद जीत जाउंगी ❣️ #मुखतार