तुम मुझको लगते प्रिय, फिर तुमसे कोई परिचय क्या? इक झील इक सागर से कभी होती है अनभिज्ञ क्या? तृप्त झील झींगुरों के साज सुन-सुनकर सदा खुश रहती है, ढलता सूर्य देख होती मौन,इससे बड़ा प्रेम अभिनय क्या? ©vks Siyag #beautifulnature#sunset#naturallove#feeling#Nojotohindi#Nojotoshayari#hindishayari#VimlaChoudhary