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जबसे दुनिया ने मुझे ठुकराया है , हमने भी तुमसे दिल

जबसे दुनिया ने मुझे ठुकराया है ,
हमने भी तुमसे दिल लगाया है,
बंधा ये कैसा तुमसे नेह मोहन,
मेरे अंग-अंग में तेरा प्रेम समाया है,      
अब न भय है किसी को पाकर खोने का,
तुने ऐसा लाड लगाया है।

©suniti mehta
  मोहन से प्रीति
sunitimehta2736

suniti mehta

New Creator

मोहन से प्रीति #कविता

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