निराशा संभव को असंभव बना देता है - प्रेमचंद रखोगे जीवन में आश तो बढ़ेगा जीवन में प्रकाश ये बढ़ाएगा जीवन में विश्वास आएगा साथ तुम्हारा आत्मविश्वास आत्मवश्वास से ही दूर भागेगा निराशा ।। निराशा आशा की दुश्मन है ये छोटे से काम को पहाड़ बनता है जीवन को बड़ा बोझिल बनता है रहो इस से दूर, चाहे तुम कितने भी मजबूत खड़े रहो जरूर, करके इरादा मजबूत ।। सब दुःख भागेंगे रहेंगे जब इरादा मजबूत आशा आएगी फिर निराशा ना पास तुम्हारे रुक पाएगी ।। काम को अपना धर्म समझो बेकार के कामों ना उलझो समय मिले तो करों ध्यान रब को याद करो समय को यूं ना बर्बाद करो ।। #nirasha #nojotoenglish #QandA #nojotohindi #poem #Premchandra