दिल कहता है तुम भी चूमना मेरे माथे को कही बोसो का कर्ज है तुमपे पश्मानी कम्बल के अंदर की कहानी नही किसी खुले आसमा के नीचे चूमना मुझे रूह की तह से निकलती आह बाकी है और तुम्हारे कानो पे आती लटों को सरकाना भी है मगर यह फिर ना हो , सो तुम उतार दो यह कर्ज ! #NojotoQuote #nojotohindi #nojotourdu #lovepoetry #hindipoetry #yugdave #shayri #shayrilover