बचपन की वो पुरानी यादें ताज़ा हो जाती हैं वो झूले वो लाई के लड्डूओं की छोटी-छोटी दुकानें वो छोटे-छोटे खिलौने जिनको लेने के लिए न जाने कितने बहाने बनाया करते थे, वो कच्ची सड़के वो मिट्टी से भरे पैरों का हो जाना आज जब सोचते हैं तो लगता हैं क्या हम ही थे वो तब से लेकर आज में एक बहुत लम्बा फ़ासला आ गया है पहले जैसा तो अब कुछ नहीं रहा पर फिर भी वो पुरानी यादें आज भी मन को खुशियों से भर जाती हैं। ©Poonam Nishad #mela #SweetMemories #besttimeoflife #nojotohindi #Hindi #hindi_poetry #nojotopoetry #Writer_Poonam_Nishad #writercommunity #nojotostreaks