सुकून नहीं था पल भर का आंखो में अक्सर नमी थी मुझे लगता था हरदम कि मेरी चाहत में कोई कमी नहीं थी पर आसमान से ऐसे गिराया उसने मुझे ना पंख बचे थे उड़ने को ना मेरे पास जमीं थी ©Gagan Reuben #HappyDaughtersDay2020 सुुमन कवयित्री