आता है बार बार क्यूं तेरा ख़्याल मुझे ये कैसी कश्मकश, है क्यूं मलाल मुझे तू भी सोचता है क्या मेरे बारे में अक्सर क्यूं हिचकियां आकर पूछे ये सवाल मुझे तेरी आंखों के दरिया में मुझे डूब जाना है लागे है इतना ज्यादा तू बेमिसाल मुझे जाने कब तुझसे मुलाक़ात होगी जीना हो रहा है अब मुहाल मुझे मेरी आंखें खुलिं हो या बंद हो दिखाई देता चार सुं तेरा जमाल मुझे आता है बार बार क्यूं तेरा ख़्याल मुझे ये कैसी कश्मकश, है क्यूं मलाल मुझे #yqdidi #yqhindiurdu #yqquotes #yqthoughts #yqlongform #quarantinediaries #thoughtwriter