जमाने की नज़र में हम याराना के शहर यार हैं!! वहीं बन्द कमरे में हम तन्हा अकेले हैं... जमाने की नज़र में हम खुशमिजाज हैं!! वहीं बन्द कमरे में खुशियों की खोज में हैं.. ज़माने की नज़र में हम जिंदादिल हैं!! वहीं बन्द कमरे में जिंदगी और दिल लगी की उलझनों में उलझे हुए हैं.. _प्रिया राजपूत_ #whatweare in front of society kya vo humari reality h?? #writo bliss🐧🖋️