Accounts पढ़ते पढ़ते ज़िन्दगी भी Calculator सी लगती हैं। हर रोज़ कितने दोस्त Add होते हैं और कितनों की गिनती कम सी हुई लगती हैं। कोशिश हैं कि खुशियों को Appreciate करू और दुखों को Depreciate करने में लगी रहती हूं। कुछ Reserves हैं ज़िन्दगी में खुशियों के और कुछ Contingent गम सहती हूं। ©Manpreet Kaur being commerce student