भूल गया सब कुछ याद बस अब कुछ पन्ने खुरदुरे अतीत के उनका मिलना बसना हृदय में खेलना मन के भंगुर खिलौने से फिर आस्था की पुस्तिका जलाना और मेरे जीवन से त्वरित वेग से निकल जाना।। ©Rohini Singh #alone