कुछ खट्टे कुछ मिठे थे कुछ सच्चे कुछ झूठे थे कुछ हंसी कुछ ग़म थे कभी हार कभी जीत थी बड़ी निराली अपनी प्रीत थी कुछ झूके वो कुछ झूके हम थे कुछ मुश्किल कुछ आसान था पर कभी रूके न हम थे कभी अकेलापन कभी महफिल थी कभी रोए कभी मुस्कराए थे कभी रूठे कभी मनाए थे जिए तो हम हर पल में कभी कभी चले जाते हैं आज भी बीते कल में ।। ©nita kumari #Yaad #beetakal #Yaad #Memories