सुख क्या है मन इस प्रश्न का उत्तर ढूंढता रहता है बाल अवस्था में मोर पंख इकट्ठा करने मिट्टी के घर बनाने आदि में जो आनंद आता था उनसे बाल अवस्था के पश्चात सुख क्यों नहीं मिलता कारण है मन का परिपक्व हो जाना सत्य का ज्ञान हो जाना कि ऐसी वस्तुओं का वास्तव में कोई मूल्य नहीं इसी प्रकार युवा अवस्था में नौकरी धन संचय आदि के पीछे भागते मन जब तक कर निरूल हो जाता है तब स्वयं को टटोल ता है सुख कहां है सुख मन की एक अवस्था है सुख किसी वह आर्य आरोपण से उत्पन्न नहीं होता यदि सुख वाह रे जगत की किसी वस्तु से उत्पन्न होता तो प्रत्येक व्यक्ति को एक जैसा अनुभव होना चाहिए ©Ek villain #ravishkumar सुख क्या है मन इस प्रश्न का उत्तर ढूंढता रहता है