“मेरे आँखों का रंग” अनुशीर्षक में;//👇👇👇 मेरे नेत्र (आँख) का रंग काला लेकिन बहुत ही ख़ूबसूरत प्यारी आँखें हैं। झील सी शीतल और समंदर जैसा गहराई इसमें समाई है। अपनी सी लगती झुकी पलकें कितनों के ख़ामोश अरमान दिल में जगाई है। होश खो बैठते लोग देख मेरी निगाहों को बहुतों ने इसमें डूबना चाही है। दिल जीत लेती हैं मेरी आँखें ऐसा हुनर वो रखती हैं। देखते ही मेरी इन आँखों को दिल फिसल उनका कर मुस्कुराने की वजह बताई है। मेरी इन काली आँखों में शर्म–ओ–हया का परदा है। देख तुझे मेरी नज़रे पलकें झुकाया करता है।