सुनो ना कुछ कहना है तुमसे क्या तुम मेरी बात पे भरोसा करोगी पसंद करता हूं मैं तुम्हे क्या तुम मेरी गर्लफ्रेंड बनोगी महंगे क्लब और रातों को घूमना ये तो सब करते है पर क्या तुम रोज मेरे साथ मंदिर चलोगी पसंद करता हूं मैं तुम्हे क्या तुम मेरी गर्लफ्रेंड बनोगी!! चांद तारे तो शायद न दे पाऊं मैं तुम्हे पर हर रोज एक गुलाब का वादा है फूलों सा महका कर रखूंगा मैं तुम्हे क्या तुम मेरी मल्लिका बनोगी पसंद करता हूं मैं तुम्हे क्या तुम मेरी गर्लफ्रेंड बनोगी!! महंगी गाड़ी महंगे फोन तो नही दे पाऊंगा तुम्हे पर एक वादा है तुम्हारी आंखों में कभी आंसू नहीं लाऊंगा मैं तुम्हारी एक मुस्कान के खातिर हद से भी गुजर जाऊंगा मैं अपनो वादों को पूरा कर सकू क्या तुम मेरी शक्ति बनोगी पसंद करता हूं मैं तुम्हे क्या तुम मेरी गर्लफ्रेंड बनोगी!! ये जानता हूं मैं कि तुम अपने पापा की जान हो मम्मी की लाडली और अपने भाई की शान हो पर मैं भी बेपनाह मोहब्बत करता हूं तुमसे सुख दुख में साथ निभाने वाली क्या तुम मेरी साथी बनोगी पसंद करता हूं मैं तुम्हे क्या तुम मेरी गर्लफ्रेंड बनोगी!! करते होंगे लोग जिस्म से प्यार मुझे तो तुम्हारी रूह में उतरना है जुल्फों से खेलना है तुम्हारी और आंखों में बसना है बिन बोले ही तुम्हारी हर बात समझ सकू बस इतना सा तुम्हे समझना है क्या तुम मेरे दिल की धड़कन बनोगी पसंद करता हूं मैं तुम्हे क्या तुम मेरी गर्लफ्रेंड बनोगी!! चूड़ी, बिंदी, बिछिया, महावर और सिंदूर मेरे नाम का कंगन, पायल, झुमका, टीका और मंगलसूत्र मेरे नाम का क्या तुम ये सब अपनाओगी मेरी मम्मी क्या तुम अब अपनी मम्मी जी कहकर बुलाओगी!! सुनो ना कुछ कहना है तुमसे क्या तुम मेरी बात पे भरोसा करोगी प्यार करता हूं मैं तुमसे क्या तुम मेरी दुल्हनियां बनोगी!! कवि : इंद्रेश द्विवेदी (पंकज) ©Indresh Dwivedi #pls_like_comment_and_share #proposal_for_my_love #Youme