कुछ मजबूर सही लेकिन तुझसे दूर नहीं हूं मैं सपनों की दुनिया में तुम जो चांद देखती हो उस रोशन दुनिया का कोहिनूर नहीं हूं मैं तू बोले मैं ना आऊं ऐसा मगरूर नहीं हूं मैं कुछ मजबूर सही लेकिन तुझसे दूर नहीं हूं मैं बेशक मुझ को तुम भूलो भूलकर याद भी मत करना मेरे साथ होने की कोई फरियाद भी मत करना ज़रा सी चोट ही लगी है चकनाचूर नहीं हूं मैं काम में ही फिर आऊंगा बेशक मशहूर नहीं हूं मैं कुछ मजबूर सही लेकिन तुझसे दूर नहीं हूं मैं #दूरनहीं #गीत #yqdidi #yqbhaijan #yqbaba #poetry #shayari #challenge