पर्वतों को पार करके उस पार जाना है सांसो को जगा के अंदर एक आग लगाना है। हम बैठ के घर मे होली ओर दीवाली मनाएंगे तब वो टांग Ak47 बॉर्डर पे एक दास्तां बनाएंगे। तुम्हारे हौसलें जब वहाँ पे मर जायँगे ओर वो तब वहां पे ले के तिरंगा ज़िद्द में लड़ जायँगे। तुम बैठ के जब चाय पे देश की कमियां निकालोगे वो उसी वक़्क्त अपने देश के लिए कुछ कर जायँगे। डाल के जान जोखिम में वो वहाँ किस्सा बनाएंगे तुमको ओर तुम्हारे बच्चों सुकून की नींद सुलाएँगे। वो डट के वँहा पे अपना लहू बहाएंगे विजय की वो एक नई गाथा बनाएंगे। जय हिंद🇮🇳 #जय हिंद जय भारत 🇮🇳