मैं दिनकर हूं मैं दिनकर हूं, मैं ही प्रभाकर सारी दिशाएं,मुझसे उज्जल तिमिर मुझसे भय खाए सम्मुख निशा भी ना टिक पाए मैं लाता,उम्मीद की किरणे जन जन से,मेरा है परिणय समस्त विश्व का पालनहार मैं ही श्रेष्ठ मैं ही प्रखर हूं, मैं दिनकर हूं,मैं दिनकर हूं मैं हूं निरंतर चलता रहता एक क्षण भी ना, कभी भी रुकता सब पर समान,दृष्टि मैं रखता कभी किसी का,अहित ना करता परोपकार को,समर्पित रहता तेजवान,तेजोमय हूं, मैं दिनकर हूं, मैं दिनकर हूं, ©##अनूप अंबर #दिनकर #HopeMessage