जलने लगा है शम्स भी अपनी आग से, तुम्हें कहाँ चैन मिलेगा, तेरे थके ज़िस्म को सुकूँ तो, मेरी ज़ुल्फों की छाँव में ही मिलेगा। _Word_Collab_Challenge_ Collab करें मेरे साथ 👉 Urdu_Hindi Poetry आज का लफ्ज़ है "ज़ुल्फ़" अब पहले की तरह एक विजेता नहीं बल्कि 3 विजेता चुना जाएगा,, जो सबसे पहला विजेता होगा उनको testimonial दिया जाएगा ! और दूसरे और तीसरे नंबर वाले विजेता को 'हाइलाइट' किया जाएगा। Example: