प्यार को इक प्यार से प्यारा नजारा मिल गया, जब निगाहों को निगाहों का इशारा मिल गया। जो रहा ओझल बिछड़के आसमाँ से टूटकर, चाँद से बिछड़ा हुआ टूटा सितारा मिल गया। एक ठंडी सी लहर ने जब छुआ नम रेत को, तो समंदर में लहर को भी किनारा मिल गया। वक़्त ने जब एक दूजे को मिलाया तो लगा, डूबते को एक तिनके का सहारा मिल गया। वो मिले जबसे हमें "गोविन्द" तबसे यूँ लगा, यार कोई गुमशुदा हमको दुबारा मिल गया। ©Govind Pandram #seaside रश्मि सचिन पाठक Sneha Agarwal 'Geet'