*"शब्द भी एक तरह का 'भोजन' है" *किस समय कौन सा 'शब्द' परोसना है, *वो आ जाये तो.. *दुनियां में उससे बढ़िया *रसोइया कोई नहीं है!! 'शब्द' का भी अपना एक 'स्वाद' है, *बोलने से पहले स्वयं 'चख' लीजिये... *अगर खुद को 'अच्छा' नहीं लगे तो, *दूसरों को कैसे' अच्छा' लगेगा!! Good morning🙏 #शुद्ध #विचार #सच्ची #baat