इश्क़ में पड़ने से पहले ना पता था खूबियाँ। चाँद तारे और बादल आसमाँ की चोखियाँ। ये मोहब्बत से ही हमको ख़ूबसूरत लग रहे! झील झरने और पर्वत बारिसों की शोखियाँ! ख़ुद से वाकिफ़ हो गए हम तुमसे मिलकर! ख़ुश्बूओं से मिलता है जैसे फूल खिलकर। आख़िरी ख़्वाहिश है तुमसे हो मिलन यूँ! मिलता है जैसे फूल से सब भूल मधुकर। इश्क़ में पड़ने से पहले ना पता था खूबियाँ। चाँद तारे और बादल आसमाँ की चोखियाँ। ये मोहब्बत से ही हमको ख़ूबसूरत लग रहे! झील झरने और पर्वत बारिसों की शोखियाँ! ख़ुद से वाकिफ़ हो गए हम तुमसे मिलकर! ख़ुश्बूओं से मिलता है जैसे फूल खिलकर। आख़िरी ख़्वाहिश है तुमसे हो मिलन यूँ!