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*📚 *“सुविचार"*🖋️ 📘*“2/11/2021”*📝 🪔*“मंगलवार

*📚 *“सुविचार"*🖋️ 
📘*“2/11/2021”*📝
🪔*“मंगलवार ”*✨ 
 
“धनतेरस” क्यो मनाई जाती है ? 
कहते है “भगवान धन्वंतरि” के “प्रकट”
 होने के उपलक्ष्य में ही 
“धनतेरस का त्योहार” मनाया जाता है,
मान्यताओं के अनुसार “समुद्र मंथन” के दौरान जब “भगवान धन्वंतरि” प्रकट हुए थे,
उस समय उनके “हाथों” में “अमृत कलश” था और उस दिन “कार्तिक मास” की “त्रयोदशी” थी, 
“कमाई की परिभाषा” सिर्फ “धन” 
से ही “तय” नहीं होती, 
“तजुर्बा”,“रिश्ते”,“प्रेम”,“सम्मान” और “सबक”
ये सब “कमाई” के ही रूप हैं। और “जिंदगी” में सब “लोग”, “रिश्तेदार” और “दोस्त” बन कर नहीं आते,“कुछ लोग” “सबक” बन कर भी आते है 
ताकि आप हर किसी की “कदर” कर पाएं,
*🖋️अतुल शर्मा*

©Atul Sharma *📚 *“सुविचार"*🖋️ 
📘*“2/11/2021”*📝
🪔 *“मंगलवार ”*✨ 
 
#“धनतेरस” 

#“भगवान धन्वंतरि”
*📚 *“सुविचार"*🖋️ 
📘*“2/11/2021”*📝
🪔*“मंगलवार ”*✨ 
 
“धनतेरस” क्यो मनाई जाती है ? 
कहते है “भगवान धन्वंतरि” के “प्रकट”
 होने के उपलक्ष्य में ही 
“धनतेरस का त्योहार” मनाया जाता है,
मान्यताओं के अनुसार “समुद्र मंथन” के दौरान जब “भगवान धन्वंतरि” प्रकट हुए थे,
उस समय उनके “हाथों” में “अमृत कलश” था और उस दिन “कार्तिक मास” की “त्रयोदशी” थी, 
“कमाई की परिभाषा” सिर्फ “धन” 
से ही “तय” नहीं होती, 
“तजुर्बा”,“रिश्ते”,“प्रेम”,“सम्मान” और “सबक”
ये सब “कमाई” के ही रूप हैं। और “जिंदगी” में सब “लोग”, “रिश्तेदार” और “दोस्त” बन कर नहीं आते,“कुछ लोग” “सबक” बन कर भी आते है 
ताकि आप हर किसी की “कदर” कर पाएं,
*🖋️अतुल शर्मा*

©Atul Sharma *📚 *“सुविचार"*🖋️ 
📘*“2/11/2021”*📝
🪔 *“मंगलवार ”*✨ 
 
#“धनतेरस” 

#“भगवान धन्वंतरि”
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Atul Sharma

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