इम्तिहानों की महफ़िल गुजरने लगीं थीं कुछ प्रश़्नो के उत्तर याद आने लगे थे तो कुछ भुल जाने लगे थे वर्ष भर की कमाई को तीन घण्टों में छापनी थी जो कमाई कभी आधि तो कभी पूरी थी वो कापियों का 24 पंनो पे लिखी शब्द हमें पास और फ़ैल का इल्ज़ाम लगाएं गी इस इम्तिहानों से मिला फल हमें दुसरो से कम या ज्यादा का हिसाब दिलाई थी। #NojotoQuote ..##.....इम्तिहान....##..