ऊँच-नीच का भेद न माने, ऊँच-नीच का भेद न माने, धरती में ही सबके ठिकाने। जाति धर्म से उपर उठकर, कर्म करो,तो तुमके माने। दर्द दिलों का मानव जाने, मानवता को मानव पहचाने। दौलत तो है आनी जानी, क्यों दौलत के सभी दीवाने। क्या अमीरी,क्या गरीबी, जीवन के हैं सब एक फसाने। शमशान में कितने खाक हुए हैं, मैं भी जानूँ,तू भी जाने। बेशक गलतियाँ होती हैं, कभी-कभी जाने-अनजाने। कर्म कर ले अच्छे बंदे, साँसें कब तक चलेंगीं,कोई न जाने।। Fantasy Writer® हम हैं इंसान #RamdhariSinghDinkar #hindi #nojoto