ख्वाबों के आंगन में हमें तेरी आस है दूर है तू हमसे फिर भी दिल के पास है तेरे इंतज़ार में दिन कटते हैं हमारे दिल में तुझसे मिलने की प्यास है इस विषय पर मुक्तक शैली में रचना करें| सबसे अच्छी रचना को अगले दिन उदाहरण के तौर पर पेश किया जायेगा| इस पोस्ट को हाईलाइट करना ना भूलें! हमारा पिन पोस्ट अवश्य पढ़ें|