बाबू सुन मेरी गल। तू मिल साकेत मुझे कल।२ तू आएगी गले लगाएगी। मेरी बाहों में गिर जाएगी। मैं भी कस के पकड़ लूंगा। तुम्हे ऐसे । तू खुद को छुड़ा ना पाएगी। गम तेरे सारे दूर मैं कर दूंगा। लब तेरे लबों पर धर दूंगा। तुम्हे अच्छा लगेगा फिर भी तू। गुस्सा थोड़ा दिखाएगी। ताहिर।।। #Babu sun